नई दिल्ली। दिल्ली में सात फरवरी को होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए गुरुवार शाम छह बजे से चुनाव प्रचार थम गया। चुनाव प्रचार थमने के साथ ही दिल्ली निर्वाचन कार्यालय की सभी संबंधित टीमें सक्रिय हो गई हैं और अलग-अलग स्थानों पर जाकर मुआयना कर रही है। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार, शाम छह बजे के बाद से चुनाव प्रचार का कोई भी माध्यम नहीं अपनाया जा सकता। इसके बाद न तो कोई प्रत्याशी चुनाव को लेकर जुलूस निकाल सकेगा और न ही रैली कर सकेगा। कोई सार्वजनिक बैठक भी नहीं होगी। रेडियो व टेलीविजन के माध्यम से भी चुनाव प्रचार पर पाबंदी लग गई है। नेताओं व पार्टियों के समर्थन में किए जा रहे फोन व भेजे जा रहे एसएमएस पर भी पूरी तरह रोक दिया गया है। आयोग दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का मन बना चुका है और इसके लिए सभी संबंधित टीमों को सक्रिय कर दिया है। आपको बता दें कि चुनाव प्रचार का गुरुवार को अंतिम दिन था। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रभूषण कुमार का कहना है कि मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। मतदान करने वालों को इस बार गाढ़ा करके स्याही ब्रश से लगाई जाएगी, ताकि इसे किसी भी तरह मिटाया नहीं जा सके। इससे पहले प्रचार के आखिरी दिन के मद्देनजर तीनों प्रमुख दलों भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा ने सभी केंद्रीय मंत्रियों और सातों सांसदों को 70 विधानसभा सीटों पर कम से कम एक रैली करने का आदेश दिया था। वहीं आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आज कई रोड शो का आयोजन किया।
मतदान परिसर 2531
मतदान केंद्र 11763
-प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मॉडल मतदान केंद्र बनाया जाएगा।
-राष्ट्रपति भवन के लिए अलग से एक मतदान केंद्र बनेगा।
-मतदान के लिए 36 हजार ईवीएम इस्तेमाल की जाएंगी।
-20 हजार बैलेट यूनिट तथा 15 हजार कंट्रोल यूनिट होंगी।