नई दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया जाना न सिर्फ भारतीय संस्कृति की समृद्ध धरोहर खासकर योग के प्रति विश्वव्यापी रूझान को प्रतिबिंबित करता है, बल्कि इसे मिला अंतरराष्ट्रीय समुदाय का व्यापक समर्थन विश्व स्तर पर किये गये भारतीय कूटनीतिक प्रयासों का प्रत्यक्ष प्रमाण है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किये जाने के संबंध में आज लोकसभा में दिये एक बयान में कहा कि 11 दिसम्बर को संयुक्त राष्ट्र संघ के कुल 193 देशों में से 177 देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव के सह प्रायोजक बने। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में इस प्रकार के किसी प्रस्ताव पर सह प्रायोजकों की यह सर्वाधिक संख्या है।
सुषमा ने कहा कि यह भारतीय कूटनीति की विजय है कि सह प्रायोजकों की सूची इतनी लंबी है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव का इतना व्यापक समर्थन इस बात का प्रतिबिंब है कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध धरोहर खासकर योग के प्रति विश्वव्यापी रूझान है। उन्होंने कहा कि हम सभी योगी तो नहीं बन सकते लेकिन योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर हम तन और मन के बीच एकात्मकता तथा प्रकृति के साथ तादात्मय स्थापित कर सकते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मिला व्यापक समर्थन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा इसे rदय से स्वीकार करना यह दर्शाता है कि किस प्रकार प्राचीन भारतीय परंपरायें विश्व की आज की आवश्यकताओं के साथ सामंजस्य स्थापित करती हैं।
सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 27 सितम्बर को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा के अपने संबोधन में इस प्रस्ताव को आधिकारिक तौर पर रखा था। उसके ठीक 75 दिनों के भीतर शुक्रवार 11 दिसम्बर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को मिला अपार समर्थन और इतनी सुगमता के साथ इसका स्वीकार किया जाना हमारी सरकार द्वारा विश्व स्तर पर किये गये कूटनीतिक प्रयासों का प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे भारत की कूटनीतिक सफलता का महत्वपूर्ण घटक कहूंगी।’’ उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत और अब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, ये सभी जीवंत, खुशहाल और समृद्ध भारत की हमारी यात्रा के ऐसे पड़ाव हैं जिनकी छाप और जिनका प्रभाव हमारी सीमाओं के परे भी महसूस किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 2007 में संयुक्त राष्ट्र ने महात्मा गांधी के जन्म दिन दो अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किये जाने के भारतीय प्रस्ताव को पारित किया था। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के वार्षिक कैलेंडर में तकरीबन 118 दिवसों, वर्षों, वर्षगांठों को सूचीबद्ध किया गया है। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि हमारी वैश्विक आकांक्षाओं की पूर्ति विश्व को अपने साथ लेकर चलने से पूरी हो सकती है और विश्व योग दिवस की घोषणा विश्व को अपने साथ लेकर चलने की हमारी सरकार की प्रतिबद्धता की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।