महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग के सावंतवाडी इलाके में लकड़ी के खिलौने बनाने वाले कारीगर चीन की कंपनियों के सस्ते खिलौनों की कड़ी चुनौती से जूझ रहे हैं। वे चाहते हैं कि यहां के खिलौनों पहचान फिर से कायम हो।
नवंबर, 2020 में यहां की खिलौना कला की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके हैं। लेकिन कारीगरों का कहना है कि इससे उन्हें बहुत फायदा नहीं हुआ।
सावंतवाड़ी के खिलौनों की तरफ देश का ध्यान गया है। लकड़ी के खिलौने बनाने में माहिर शालिनी का कहना है कि यही उनकी जिंदगी है। वे खिलौने बनाने वाले परिवार में पैदा हुईं और उनकी शादी भी खिलौने बनाने वाले परिवार में हुई है। लड़की के खिलौने सावंतवाड़ी आने वाले सैलानियों को लुभाते हैं।