अपनी पत्रिका ब्यूरो
चेरी काउंटी पुलिस चौकी के दरोगा सुमित यादव पर एक निर्दोष को पीटने का आरोप लगा है। दरोगा ने निर्दोष दिनेश यादव को न केवल बेरहमी से पीटा बल्कि अवैध रूप से पूरी रात हिरासत में भी रखा। पिटाई के चलते दिनेश की एक आंख की रोशनी भी चली गई है।
जानकारी के अनुसार ईटेडा गांव के रहने वाले दिनेश यादव 27 सितंबर को रात्रि 11:00 बजे अपने घर पर थे कि उनके घर के सामने से दरोगा सुमित यादव, मोती यादव के नेतृत्व में 10-12 पुलिसकर्मियों ने उनसे गांव के किसी वांछित व्यक्ति का पता पूछा। दिनेश यादव ने पता होने से इनकार कर दिया तो सुमित यादव, मोती दरोगा उस पर भड़क गये और उसे गंदी गंदी गालियां देते हुए उसे पीटने लगे। पूरी रात उसे थाने में रखा सुबह किसान सभा के कार्यकर्ताओं को पता चला तो डॉक्टर रुपेश वर्मा बुद्धपाल यादव गबरी यादव सुरेश यादव सचिन भाटी सतीश यादव अजय पाल भती अंकित यादव एमपी यादव राजे यादव सुरेश यादव सहित काफी लोग बिसरत थाने पहुंचे। बिसरख थाने पर एसीपी रमेश चंद पांडे ने दिनेश यादव के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट पर खेद जताते हुए माफी मांगी और पुलिस कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। दिनेश यादव ने जब अपनी मेडिकल जांच कराई तो पता चला कि उसकी आंख की आधी रोशनी चली गई है देर शाम तक पुलिस मैं दोषी दरोगा सुमित यादव को पुलिस चौकी से हटा दिया है।
घटना से किसानों में भारी आक्रोश है दिनेश यादव किसान सभा का कार्यकर्ता है किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने आक्रोश जाहिर करते हुए बयान दिया है की पुलिस द्वारा निर्दोष व्यक्ति दिनेश यादव की बेरहमी से की गई पिटाई से पूरे क्षेत्र में आक्रोश है नागरिक समाज सदमे में है पुलिस की कार्रवाई निरंकुश है किसान सभा के नेता गवरी मुखिया ने दोषी दरोगा सुमित यादव मोती, शिवांग एवं अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच और कार्रवाई की मांग की है साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध फिर दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है किसान सभा के काफी लोग थाने पर एकत्रित हुए और पीड़ित दिनेश ने पुलिस कर्मियों के विरुद्ध तहरीर लिखकर बिसरख थाने पर रिसीव करा दी है किसान नेता सुरेंद्र यादव ने बयान देते हुए कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध यदि कार्रवाई नहीं होती है तो किसान सभा आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी।