INLD Rally: चौधरी देवीलाल की जयंती पर आईएनएलडी की सम्मान रैली से कांग्रेस ने न्योते के बावजूद दूरी बना ली है। इसको लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जेडीयू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार (25 सितंबर) को तंज कसा।
रैली में मौजूद रहे टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने बिना नाम लिए कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी को हराने के लिए बड़े दल अहंकार छोड़ें। ईगो अपनी जेब में रखें। उन्होंने इस दौरान महिला आरक्षण को जुमला बताया और नए संसद भवन को होटल करार दिया, वहीं आईएनएलडी के मंच से टीएमसी के बाद जेडीयू ने भी कांग्रेस पर तंज कसा।
जेडीयू ने क्या कहा?
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, ”हरियाणा में जीतने के लिए आईएनएलडी और ओम प्रकाश चौटाला के इर्द गिर्द रहना पड़ेगा। हम दस की दस सीट बीजेपी से हारने को तैयार हैं, लेकिन सीटें बांटने को तैयार नहीं हैं। आईएनएलडी के बिना एकता ना यहां होगी ना दिल्ली में होगी.”
कांग्रेस रैली में क्यों नहीं गई?
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा आईएनएलडी से गठबंधन करने के खिलाफ रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस कारण ही कांग्रेस रैली में नहीं पहुंची।
रैली में कौन पहुंचे और कौन नहीं?
नीतीश कुमार, आरजेडी चीफ लालू यादव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी चीफ शरद पवार, पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, सीताराम येचुरी, तेजस्वी यादव जैसे बड़े नेता रैली में नहीं पहुंचे. इंडिया गठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारुक अब्दुल्ला, जेडीयू से केसी त्यागी, आरएलडी से शाहिद सिद्दीकी और टीएमसी से डेरेक ओ ब्रायन रैली में शामिल हुए।
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के आलावा बीजेपी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री बिरेंद्र सिंह भी रैली में पहुंचे. बता दें कि सम्मान रैली में शामिल होने के लिए आईएनएलडी के नेता अभय चौटाला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात कर न्योता दिया था।