अपनी पत्रिका ब्यूरो
नई दिल्ली। पीएम मोदी ऐसे ही दूसरे नेताओं से अलग नहीं हैं। ऐसे ही उनसे मिलकर लोग उनके कायल नहीं हो जाते हैं। ऐसे ही उन्होंने दुनिया में भारत का डंका नहीं बजाया है। दरअसल पीएम मोदी में वह बात है जो उन्हें एक अलग पहचान दिलाती है। वह कहीं पर जाएं अपनी अलग छाप जरूर छोड़ते हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी उन्होंने ऐसा कुछ किया कि वह सबसे अलग दिखे। दरअसल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान बुधवार यानी कि 23 अगस्त को ग्रुप फोटो के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब जमीन पर भारतीय तिरंगे को देखा तो उन्होंने तिरंगे को उठाया और अपने पास रख लिया। पीएम मोदी को देखकर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने भी कुछ ऐसा ही किया। इसके बाद पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ फोटो खिंचाई।
दरअसल पीएम ने बुधवार को जोहान्सबर्ग में 15 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के सत्र में हिस्सा लिया। इस सत्र में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जोहान्सबर्ग जैसे खूबसूरत शहर में एक बार फिर आना मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए खुशी की बात है। इस शहर का भारतीयों और भारतीय इतिहास से गहरा और पुराना रिश्ता है। यहां से कुछ दूरी पर है टॉलस्टॉय फार्म स्थित है जिसका निर्माण 110 साल पहले महात्मा गांधी ने करवाया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत, यूरेशिया और अफ्रीका के महान विचारों को जोड़कर हमारी एकता और सद्भाव की मजबूत नींव रखी. ब्रिक्स को भविष्य के लिए तैयार संगठन बनाने के लिए, हमें अपने संबंधित समाजों को भी भविष्य के लिए तैयार करना होगा, और टेक्नोलॉजी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बता दें कि, ब्रिक्स ग्रुप में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ उत्कृष्ट बैठक हुई. हमने भारत-दक्षिण अफ्रीका संबंधों को गहरा बनाने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर चर्चा की. हमारी चर्चाओं में व्यापार, रक्षा और निवेश संबंध प्रमुखता से शामिल रहे. हम ग्लोबल साउथ की आवाज को भी मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।