नई दिल्ली/पटना। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि 17 साल में पहली बार ने मुख्यमंत्री के आवास पर कुशवाहा समाज की बैठक होने का मतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से डरे हुए हैं।
उन्होंने कहा की नीतीश कुमार ने 17 सालों में कभी भी अपने आवास में एक भी बार कुशवाहा समाज का बैठक नहीं की है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वह मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि आज तक कुशवाहा समाज के लिए आपने क्या क्या है ?
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सम्राट चौधरी को बिहार भारतीय जनता पार्टी की जो कमान सौंपी है उसके डर से भयभीत होकर के नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में यह बैठक की है। यह सब कुशवाहा समाज को रिझाने के लिए किया गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में कुशवाहा समाज बिहार में अपने परिश्रम के बल पर सभी का पेट भरने का काम करता है। साथ ही बिहार राजनीति की दिशा नीति और गति भी तय करता है। मुख्यमंत्री जी भयभीत होना आपको स्वाभाविक बात है क्योंकि कुशवाहा समाज बिहार में पहली बार भारतीय जनता पार्टी जैसे पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सम्राट चौधरी जी के पीछे खड़ी है और उनको अपना संबल प्रदान करके अपना नेता बनाए हुए हैं आपको डर है यह कि कहीं एकमुश्त कुशवाहा समाज सम्राट चौधरी जी के साथ चला गया तो श्री नीतीश कुमार का वजूद बिहार से खत्म हो जाएगा।
नीतीश कुमार जी आपका डरना स्वाभाविक बात है। लेकिन सिर्फ मुख्यमंत्री आवास में बैठक बुलाने से नहीं होता है, सर्टिफिकेट दिखा देने से नहीं होता है। समाज के विकास का काम करना पड़ता है नेतृत्व देना पड़ता है। आप में दम है तो मुख्यमंत्री का कुर्सी छोड़कर किसी कुशवाहा समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दीजिए तो कुशवाहा समाज समझेगा कि मुख्यमंत्री जी कुशवाहा समाज के हितैषी हैं, वैसे भी आप उम्र के चौथे पड़ाव पर चल रहे हैं आपको आराम की जरूरत है। श्री सुरेंद्र कुमार सिंह
यह काम आपके बस का नहीं है जो कि आप इतने बड़े दिल के नहीं हैं इतना बड़ा दिल का सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में है जो भारतीय जनता पार्टी जैसा बड़ा दल और विकास उन्मुख पार्टी ही कर सकती है। आज भाजपा बिहार प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जैसे सम्मानित पद सबसे बड़ा पद बिहार का कुशवाहा समाज के नेता श्री सम्राट चौधरी जी को दिए हुए हैं।