गांधीनगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव सबसे बड़ी चिंता है और इसमें स्थिरता लाने और इसे नरमी से उबारने के रास्ते निकालने की जरूरत है। गांधीनगर में वाइब्रैंट गुजरात सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हमें स्वस्थ और समावेशी आर्थिक वृद्धि की दिशा में काम करना है। कई वैश्विक नेताओं, उद्योगपतियों तथा अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति वाले समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के देश हमारे साथ काम करने के लिये आगे आ रहे हैं, भारत गरीबी से लेकर पारिस्थितिकी तक से जुड़े मुद्दों पर वैश्विक नेताओं के साथ मिलकर काम करना चाहता है। उन्होंने कहा कि हम सात महीने की अल्प अवधि में निराशा तथा अनिश्चितता के माहौल को बदलने में कामयाब रहे हैं, हम अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार भरोसेमंद, पारदर्शी और निष्पक्ष नीतिगत वातावरण तैयार करने को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि तीव्र और समावेशी वृद्धि सुनिश्चित करने के लिये प्रयास जारी हैं और शुरूआती परिणाम काफी उत्साहजनक रहे हैं। मोदी ने इस दौरान भारत में कारोबार करने को आसान बनाने का वादा किया।