नई दिल्ली। रोहिणी से आम अादमी पार्टी के पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने “आप ” के सदस्य और फायर ब्रांड नेता को लीगल नोटिस भेजने के बाद पार्टी के सब्र का बांध जबाब दे गया और पार्टी की अनुशासन समिति ने शिकायत मिलाने के बाद राजेश गर्ग को सस्पेंड कर दिया। खबर है की पार्टी में राजेश गर्ग के खिलाफ करवाई करने की आवाजें काफी समय उस उठ रही थे। राजेश गर्ग ने चुनाव के समय पार्टी नेता आशुतोष को भी बंधक बनाकर हंगामा खड़ा किया था। अब फिर राजेश गर्ग ने “आप ” संयोजक अरविंदर केजरीवाल साथ हुयी निजी बातचीत को सार्वजानिक करने का आरोप है। इस ऑडियो टेप आने के बाद पार्टी बचाव की मुद्रा में थी। कुमार विश्वाश ने मीडिया में राजेश गर्ग को अवसरवादी और ब्लेकमेलर कहा। इस पर राजेश गर्ग ने उन्हें लीगल नोटिस देते हुए 15 दिन के अंदर माफ़ी मांगने को कहा है। कुमार विश्वाश को नोटिस देने के बाद मीडिया में यह भी सवाल उठाने लगे की राजेश गर्ग ने कुमार विश्वाश को ही ऐसा नोटिस क्यों भेजा। राजेश गर्ग के लिए ब्लेकमेलर और अवसरवादी जैसे शब्द पार्टी के और भी कई नेताओं ने खुलकर बोले थे। इन सवालों पर राजेश गर्ग ने “अपनी पत्रिका ” से कहा की मीडिया के ये सवाल सही है। अब वे उन तमाम चैनलों के रिपोर्ट के आधार पर आम आदमी पार्टी को ही नोटिस भेजने की तैयारी में है। बकौल राजेश गर्ग ” मुझे एक पत्रकार ने पूछा कि मैंने केवल कुमार विश्वाश को ही नोटिस क्यों भेजा ? जबकि इस तरह के शब्दों का प्रयोग सोमनाथ भारती , दलीप पाण्डेय , आशुतोष और आशीष खेतान ने भी कहे थे।” पत्रकार का यह सवाल सही था लिहाज़ा अब आम आदमी पार्टी को नोटिस भेजेंगे।