प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने फेंका पासा, निगम उपचुनाव के लिए रखी शर्त। इसी का नतीजा है की वज़ीरपुर और शालीमार बाग वार्ड में दावेदारों की तादाद एक दर्जन से ऊपर पहुंच गई है, जिनमे नेता पुत्रों से लेकर कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी भी शामिल हैं।
नगर निगम के खाली वार्डों उपचुनाव कराने को लेकर हाईकोर्ट का आदेश आया तो उसके कुछ समय बाद ही कांग्रेस ने उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी। लेकिन कोई भी मजबूत नेता अपना करियर दांव पर लगने को तैयार
नहीं था। इस बात को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने रास्ता निकाल स्थानीय नेताओं के बीच सन्देश भेजा है कि जो भी उपचुनाव लड़ेगा, उसे ही नगर निगम के आम चुनाव के मैदान में उतारा जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के इस सन्देश के बाद दावेदारों की संख्या इतनी अधिक हो गई कि कांग्रेस नेताओं के लिए उनमे से चुनाव करना मुश्किल हो रहा है।
इस मुश्किल से निकलने के लिए दोनों वार्डों के साथ विधानसभा क्षेत्र, ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के नेताओं, पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों से दावेदारों की मज़बूती के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
वज़ीरपुर वार्ड से महेश खारी , पंकज शर्मा , जोगेंद्र खरी, आदि के नाम चर्चा में हैं। पूर्व विधायक हरीशंकर गुप्ता को पार्टी की तरफ से इंचार्ज बनाया गया है। क्योँकि वज़ीरपुर उनका पुराना निर्वाचन क्षेत्र है। इसी प्रकार शालीमार बाग वार्ड से पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल के बेटे संजय सिंघल सहित अंकुर गुप्ता , राजेश गुप्ता , तारादत्त , भगमल आदि के नाम चर्चित हैं। यहाँ जिस तरह से पूर्वाचल के मतदाताओं की तादाद विधानसभा के पिछले दो चुनावों को प्रभावित करती रही है , उसे देखते हुए पूर्वाचल के नेता को उम्मीदवार बनाया गया है।