नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति के विवादास्पद बयान पर राज्यसभा में प्रधानमंत्री के बयान के बाद लोकसभा में एकजुट विपक्ष ने नरेन्द्र मोदी पर ‘कठोर बहुमत’ के बल पर निचले सदन को नजरंदाज करने का आरोप लगाया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि विपक्षी दल सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर रहे हैं और उन्होंने लोकसभा में प्रधानमंत्री के बयान की मांग की। उन्होंने कहा, ”हम सदन में प्रधानमंत्री के विचार जानना चाहते हैं। क्या वह मंत्री (निरंजन ज्योति) के बयान का समर्थन करते हैं और ऐसी टिप्पणी पर उनके क्या विचार हैं.. क्या वह ऐसे बयानों की निंदा करते हैं?’’
खडगे ने शून्यकाल में लोकसभा से वाकआउट करने के बाद संसद भवन परिसर में तृणमूल, आप, सपा, मुस्लिम लीग के सांसदों के साथ संवाददाताओं से कहा, ”हम पिछले दो-तीन दिनों से सदन में प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहे हैं, लेकिन वह बयान नहीं दे रहे हैं। वे (सरकार) सोचते हैं कि उन्हें सदन में बहुमत है और वे जो करेंगे, सही होगा। लेकिन यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि अगर सरकार ‘निर्मम बहुमत’ के बल पर काम करेगी और जो चाहेगी, वैसा करेगी तब यह अस्वीकार्य होगा।