वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में ‘नौकरशाही निष्क्रियता’ खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है। इससे कुछ दिन पहले ही उन्होंने भारतीय नेता को ‘मैन ऑफ एक्शन’ कहा था। बहरहाल, ओबामा ने कहा कि यह एक दीर्घावधि परियोजना है और हर कोई देखेगा कि प्रधानमंत्री अपनी कोशिशों में कैसे सफल होते हैं। ओबामा ने एक कारोबारी गोलमेज बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मोदी ने भारत के भीतर नौकरशाही निष्क्रियता को खत्म करने की अपनी इच्छाशक्ति से मुझे प्रभावित किया है।’’ इस बैठक में देश के शीर्ष कारोबारी शरीक हुए।
अमेरिका और दुनियाभर में वर्तमान आर्थिक हालात पर चर्चा के लिए गोलमेज बैठक आयोजित की गयी। म्यांमार में पिछले महीने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के इतर ओबामा ने मोदी के साथ अपनी संक्षिप्त वार्ता में उन्हें कहा था कि वह ‘मैन ऑफ एक्शन’ हैं। बीजिंग, म्यांमार और ऑस्ट्रेलिया सहित एशिया प्रशांत क्षेत्र की अपनी 10 दिवसीय यात्रा से वापसी पर ओबामा ने घोषणा की थी कि उन्होंने अगले साल 26 जनवरी पर नयी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
गोलमेज बैठक में बातचीत में ओबामा ने कहा कि पिछले छह साल के दौरान यूरोप, जापान और शेष विकसित दुनिया की तुलना में अमेरिका में और ज्यादा लोग काम पर लौटे हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि उभरते बाजार का विकास अपेक्षा के मुताबिक धीमा चल रहा है। ओबामा ने कहा, ‘‘समूची वैश्विक तस्वीर यह है कि लोग आर्थिक नेतृत्व के लिए अमेरिका की ओर देख रहे हैं। इसके साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था को खींचने के लिए हमें कुछ अन्य इंजनों की जरूरत है और इसे बढ़ावा देने के लिए हम कूटनीतिक नीतियां और सलाह-मशविरा कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका एक ऐसी अर्थव्यवस्था की तरह है जो इस समय मजबूती से आगे बढ़ रही है। साथ ही कहा कि, दुनिया के अन्य देशों के साथ ऐसा मामला नहीं है। ओबामा ने कहा कि जापान जिस तरह से आगे बढ़ा है, उसने विश्लेषकों को हैरान किया है।