डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और ग्लोबल टाइगर फोरम (जीटीएफ) ने कहा, ‘उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ आंकड़ों के आधार पर बाघों की संख्या 3890 हो गयी है।’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) के आंकड़ों और ताजा राष्ट्रीय बाघ सर्वेक्षण से संग्रहित यह आधुनिक आंकड़ा 2010 के अनुमान से वृद्धि का संकेत देता है जब संख्या 3200 थी।
कल आयोजित सम्मेलन में बताया गया कि 2010 में रूस में टाइगर समिट के साथ शुरू हुई वैश्विक बाघ पहल की प्रक्रिया में ताजा कदम होगा। 2010 के सम्मेलन में सरकारों ने 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करने के लक्ष्य पर सहमति जताई थी। ताजा सर्वेक्षण के अनुसार भारत में बाघों की संख्या 2226 है। दूसरे स्थान पर रूस में 433 बाघ हैं। इंडोनेशिया में 371 तो मलेशिया में 250 बाघ हैं।
वन्यजीव समूहों द्वारा एकत्रित आंकड़ों के अनुसार नेपाल, थाइलैंड, बांग्लादेश और भूटान में बाघों की संख्या क्रमश: 198, 189, 106 और 103 है। इनके अलावा अन्य देश जिनमें बाघ पाये जाते हैं उनमें म्यामां, चीन और लाओस हैं।