पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने आज कहा कि जनता परिवार के विलय के लिए कोई समय या तारीख तय नहीं की गयी है पर आगामी 22 दिसंबर को दिल्ली में ‘महाधरना’ इस दिशा में ‘पहला ठोस कदम’ होगा। पटना में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद ने जनता परिवार के विलय के बारे में कहा ‘कोई तारीख नहीं दी जा सकती है इसके लिए’। उन्होंने कहा कि जनता परिवार के छह दलों के नेताओं की दो बैठकों के बाद हमने भाजपा सरकार का चेहरा बेनकाब करने के लिए आगामी 22 दिसंबर को दिल्ली में ‘महाधरना’ के आयोजन का निर्णय लिया है और यह पुराने जनता परिवार के विलय की दिशा में ‘पहला ठोस कदम’ होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या अन्य दल भी इस विलय प्रक्रिया में शामिल होंगे शरद ने कहा कि फिलहाल इसमें वही दल शामिल हैं जो अपनी स्वेच्छा से आ रहे हैं पर बाद में इसके लिए अन्य दलों के इच्छा जताए जाने पर हम सोचेंगे।
जनता परिवार से अलग हुए दल मुलायम सिंह की पार्टी समाजवादी पार्टी (एसपी), राजद, जदयू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा की पार्टी जद (एस), ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी आईएनएलडी और समाजवादी जनता पार्टी इस विलय में वर्तमान में शामिल हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भाजपा को देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के लिए खतरा बताते हुए उससे मुकाबला करने के वास्ते जनता परिवार के अंग रहे दलों में एकजुटता पर जोर दिया। नीतीश कुमार और केसी त्यागी के साथ शरद यादव जदयू की ओर से समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह के घर हुई दो बैठकों में भाग ले चुके हैं।