नयी दिल्ली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगियों ने आज इस दावे का खंडन किया कि पुलिस को यहां जमीन विधेयक के खिलाफ आज की रैली के दौरान मीडियाकर्मियों को मुख्यमंत्री से दूर रखने को कहा गया है। आप नेता आशुतोष ने कहा, ‘‘यह बड़ा हास्यास्पद है कि खबरें फैलायी जा रही हैं कि अरविंद अपने आसपास मीडिया की मौजूदगी नहीं चाहते हैं।” वह इस खबर का हवाला दे रहे थे कि दिल्ली पुलिस को इस संबंध में एक अनुरोध भेजा गया है लेकिन पुलिस ने उसे अस्वीकार कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि यह खबर बकवास है। उधर, दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह मीडियाकर्मियों को किसी जनसभा को कवर करने से रोक नहीं सकती लेकिन उसने यह नहीं बताया कि ऐसा कोई अनुरोध उससे किया गया था या नहीं। पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा, ‘‘सरकारी एजेंसियों और पुलिस के बीच होने वाला संवाद विशेषाधिकार प्राप्त होता है। अतएव मैं उसकी चर्चा नहीं करना चाहूंगा। लेकिन जहां तक मीडिया का सवाल है तो मीडिया के लोग, यदि उनकी पहचान स्थापित है तो वे किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में जा सकते हैं।’’ इन दावों पर कि केजरीवाल पार्टी में अशांति की वजह से मीडिया से कन्नी काटने की कोशिश कर सकते हैं, आशुतोष ने कहा, ‘‘क्या कोई यह पूछता है कि क्यों प्रधानमंत्री कभी सवालों का जवाब नहीं देते।” आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को बागियों- योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, आनंद कुमार और अजीत झा को घोर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर निष्कासित कर दिया था। केंद्र के भूमि अधिग्रहण विधेयक को ‘किसान विरोधी’ करार देकर आप आज जंतर-मंतर पर रैली कर रही है।