बीजेपी सांसद और कुश्ती फेडरेशन के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण लगाने वाले पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस की क्रूरता के खिलाफ और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर के विभिन्न जिलों के मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों को सौंपा। वैसे तो धरना प्रदर्शन पुरे देश में हुआ पर प्रमुख रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में रहा। भारतीय किसान यूनियन ने विशेष रूप से मोर्चा संभाला।
आंदोलन में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ ही दूसरे बड़े नेता शामिल हुए। आंदोलन में महिला पहलवानों को जंतर-मंतर पर विरोध जारी रखने की अनुमति देने, सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की गई है। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की गई है कि आप जानती हैं कि अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाली, एक नाबालिग समेत कई महिला पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद और केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि ये महिला पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही हैं, जब केंद्र सरकार गत जनवरी में आरोपी सांसद के खिलाफ जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के लिए खिलाड़ियों से किए अपने वादे को पूरा करने में विफल रही। खिलाड़ियों को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा और सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई शुरू करने के बाद ही दिल्ली पुलिस ने बहुत देर से आरोपी बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 प्राथमिकी दर्ज की। दुर्भाग्य से उसके बाद दिल्ली पुलिस अपने पांव खींच रही है और जांच और अभियोजन को आगे नहीं बढ़ाया गया है। जब खिलाड़ियों ने अपना विरोध जारी रखा और 28 मई को दिल्ली में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला, तो दिल्ली पुलिसने उनके विरोध मार्च का क्रूरता से दमन किया, उन्हें हिरासत में लिया, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें जंतर-मंतर पर उनके शांतिपूर्ण विरोध स्थल से हटा दिया। किसान संयुक्त मोर्चा ने इसे पूरी तरह से गलत और अलोकतांत्रिक करार दिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा का का कहना है कि हम इन घटनाओं से बेहद विचलित हैं। आप खुद एक किसान की बेटी होने के नाते जानती हैं कि कुश्ती एक ग्रामीण खेल है और बृज भूषण शरण सिंह की शिकार ज्यादातर लड़कियां ग्रामीण/किसान परिवारों से हैं। इसलिए हमें चिंता है कि जिन किसानों की बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत की है और देश को गौरव दिलाया है, उनके साथ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत क्रूरता के साथ व्यवहार किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि केंद्र सरकार महिला पहलवानों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने धरना जारी रखने की अनुमति दी जाये। महिला पहलवानों के साथ क्रूरता के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर तेजी से चार्ज-शीट दाखिल करने और अभियोजन के लिए उनकी हिरासत में पूछताछ की जाए।
किसान नेताओं ने कहा है कि भारत की बेटियों की सम्मान की रक्षा के लिए शीघ्रता से कार्य करने और देश को शर्मसार करने वाली इस घिनौनी गाथा को समाप्त करने के लिए हम आपके सम्मानित कार्यालय को यह ज्ञापन सौंप रहे हैं।