Wednesday, November 6, 2024
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मतदाता जागरूकता से ही लोकतंत्र की रक्षा संभव-भारतीय मतदाता संगठन

नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारतीय मतदाता संगठन ने अपने संस्थापना दिवस 15 जनवरी की पूर्व संध्या पर दुनिया के लोकतंत्र रक्षक यानी डेमोक्रेसी वारियर्स को एकजुट होने की अपील की है। भारतीय मतदाता संगठन ने तमाम मतदाता संगठनों, लोकतंत्र रक्षकों, प्रबुद्ध नागरिकों, कानून विशेषज्ञों को जोश के साथ मतदाता जागरूकता एवं क़ानूनी तरीके से दुनिया के लोकतंत्रों में भयंकर दरारों, विकृतियों, अलोकतंत्रीय प्रवृतियों, एकाधिकार प्रवृति एवं सत्ता संघर्ष, हिंसक घटनायें, परिवारवाद और अपराधीकरण को रोकने का आह्वान किया है।


भारतीय मतदाता संगठन की ओर से कहा गया है कि सभी कार्यकर्ताओं को सजग एवं सक्रिय होने की आवश्यकता है। अमेरिका में अभी जो कुछ धनबल, बाहुबल एवं हिंसा के माध्यम से शांतिपूर्वक सत्ता परिवर्तन को बाधित करने का काम हुआ, वह अत्यंत चिंता का विषय है।

संगठन की ओर से आगे कहा कि दुनिया के दो बड़े देश रूस एवं चीन में तो जीवन पर्यन्त सत्ता में रहने के लगभग सफल प्रयास भी हो गए। भारत में भी परिवारवाद, राजनैतिक अपराधीकरण, सत्ता संघर्ष, धनबल और बाहुबल का व्यापक दुरूपयोग भी लोकतंत्र की गुणवत्ता के लिए घातक है।
भारत को आने वाले समय में दुनिया में लोकतंत्र के प्रेरणादायक आदर्श स्थापित करने होंगे। अब दुनिया लोकतान्त्रिक व्यवस्था के लिए भारत की तरफ देखेगी, न कि अमेरिका की तरफ।

वास्तव में लोकतान्त्रिक विकास के अभियान यूएनओ,संयुक्त राष्ट्र संघ को चलाना चाहिए। इसी से विश्व में अहिंसा स्थापित होगी। इसलिए भारत के लोकतान्त्रिक रक्षक, शिक्षा विद्ध, विधि ज्ञाता प्रबुद्ध नागरिक, सरकार और राजदूत कूटनीतिज्ञ आगे आये। यह समय की पुकार है। भारत को इसका श्रेय मिल सके, यह भारत के चुनाव आयोग, मतदाताओं, सरकार, संसद एवं न्यायालयों की जिम्मेवारी है। आशा है भारत इसमें अवश्य पहल करेगा।


भारतीय मतदाता संगठन के मतदाता मित्र एवं लोकतंत्र रक्षक एवं संस्थापक रिखब चंद जैन, वर्तमान संगठन अध्यक्ष विपिन गुप्ता, अश्विनी उपाध्याय, रमाकांत गोस्वामी, राजेंद्र स्वामी, प्रमोद सैनी, ललित गर्ग, वेंकट गुप्ता, सत्यदेव चौधरी एवं पूरी टीम इस जिम्मेवारी के लिए तन मन, धन के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।

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