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आधा दर्जन हत्या का जिम्मेदार छह प्रॉपर्टी बीस लाख?

By अपनी पत्रिका

May 24, 2017

अपनी पत्रिका,  विद्या नन्द मिश्रा।

दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी इलाके के संत नगर में प्रॉपर्टी डीलर बीएसपी नेता मुनव्वर हसन राणा और उसके परिवार के 5 लोगों की हत्या के मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक मुनव्वर की लाश मिलने के बाद जांच के दौरान जानकारी मिली कि बंटी और मुनव्वर के बीच पैसों को लेकर विवाद था। इस आधार पर पुलिस ने आरोपी बंटी के फोन की डिटेल्स और सर्विलांस के आधार पर हिरासत में ले लिए। हीं जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड होने की बात कुबूल ली। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह और मुनव्वर हसन दोनों प्रोपर्टी का काम करने के दौरान करीब 6 करोड़ रुपये की छह प्रापर्टी हासिल किए, लेकिन मुनव्वर ने पूरे प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया। साथ ही मुनव्वर ने उधार के 20 लाख रुपये भी लौटाने से भी इनकार कर दिया था। आरोपी का कहना है कि मुनव्वर के इस गलत व्यवहार के चलते उसके परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतार दिये।

मौत का यह सिलसिला तब शुरु हुआ जब मुनव्वर रेप के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद था। इस दौरान आरोपी बंटी 20 अप्रैल 2017 को मुनव्वर की पत्नी और उसकी दो बेटियों को लेकर हरिद्वार की जगह मेरठ के दुलारा पहुंच गया, जहां तीनों की हत्या कर दफना दिया। साथ ही मुनव्वर के परिवार को मां और दोनों बेटियों के गायब होने की सूचना दे दी।  इसके बाद आरोपी ने 21 अप्रैल को मुनव्वर के दोनों बेटों (आकिब और शाकिब) को बुराड़ी स्थित भगत कॉलोनी दफ्तर बुलाया, जहां दोनों को छत पर ले जाकर हत्या कर दी और शवों को दफ्तर के ही सूखे टैंक में डाल दिया। परिवार के पांच सदस्यों को मौत के घाट उतारने के बाद रेप के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद मुनव्वर की बारी थी। मुनव्वर को जेल से बाहर निकालने के लिए बंटी ने चाल चली और उसे जेल में ही परिवार के सदस्यों के गुम हो जाने की सूचना दे दी। वहीं परिवार को खोजने के लिए मुनव्वर को जेल से पेरोल पर बाहर भी निकाला। इतना ही नहीं आरोपी बंटी ने मुनव्वर के साथ थाने जाकर पूरे परिवार की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। आरोपी का कहना है कि परिवार के गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद वह मुनव्वर के साथ ही उसके संत नगर स्थित घर पर पहुंचा। जहां मुनव्वर और उसके बीचे एक बार फिर कब्जा किये गये छह प्रोपर्टी और 20 लाख रुपये लौटाने को लेकर विवाद होने लगा और जब उसे लगा कि मुनव्वर मानने वाला नहीं है तो उसने उसकी हत्या कर दी।

गौरतलब है कि मृतक मुनव्वर हसन राणा वर्ष 2009 में बादली विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। मुनव्वर और बंटी दोनों प्रॉपर्टी के कारोबार में अच्छे दोस्त थे। लेकिन दोनों पर ही हत्या और जमीन हथियाने के कई मामले दर्थ थे। वहीं मुनव्वर रेप के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद था और 17 मई 2017 को परिवार के गायब हुए सदस्यों को खोजने के लिए पेरोल पर जेल से बाहर आया था।