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तख्त श्री दमदमा साहिब में ७ अप्रैल को बुलाई गई विशेष सभा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, आत्मसमर्पण कर सकता है भगोड़ा अमृतपाल, ‘सरबत खालसा’ बुलाने की संभावनाएं लगभग समाप्त

By अपनी पत्रिका

April 07, 2023

नई दिल्ली, 7 अप्रैल। पंजाब में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल को लेकर एक बार फिर माहौल गंभीर हो गया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा तलवंडी साबो तख्त श्री दमदमा साहिब में कल यानी ७ अप्रैल को बुलाई गई विशेष सभा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। खबर है इस दिन भगौड़ा अमृतपाल समर्पण कर सकता है।

इसके अलावा ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिख समुदाय से १२ अप्रैल से १५ अप्रैल तक तख्त श्री दमदमा साहिब में बैसाखी समागम का भी ऐलान कर दिया है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों से इसमें शामिल होने का आग्रह किया है। उल्लेखनीय यह है कि खालिस्तानी समर्थक भगोड़े अमृतपाल सिंह ने वीडियो संदेशों के माध्यम से जत्थेदार से ‘सरबत खालसा’ बुलाने की मांग की थी, लेकिन ऐसा न करते हुए अब ‘बैसाखी समागम’ का ही अकाल तख्त ने ऐलान किया है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस समागम में अमृतपाल जत्थेदार की मौजूदगी में आत्मसमर्पण कर सकता है। नतीजतन कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति का सामना करने के लिए तलवंडी साबो में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। आपको बता दें कि अमृतपाल ने कुछ दिन पहले वीडियो जारी करते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से बैसाखी के मौके पर सरबत खालसा बुलाने की अपील की थी। इसके बाद से ही पंजाब में यह बातें सुनने को मिल रही थी कि अमृतपाल इस मौके पर आत्मसमर्पण कर सकता है और विक्टिम कार्ड खेलते हुए अपने समर्थन में लोगों को जोड़ सकता है। हालांकि ताजा जानकारी के अनुसार जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सरबत खालसा बुलाए जाने की संभावना को खत्म कर दिया है। कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों का कहना है कि, ‘श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को सरबत खालसा बुलाने का अधिकार है लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अभी तक इस बारे में कोई संकेत नहीं दिया है। इसलिए माना जा रहा है कि सरबत खालसा को न्योता नहीं दिया जाएगा। सरबत खालसा बुलाने की उम्मीद इसीलिए भी फीकी पड़ गई है क्योंकि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने १२ से १३ अप्रैल तक तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो में खालसा सजना दिवस और बैसाखी को समर्पित गुरुमती कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है। ऐसे में सरबत खालसा आयोजित करने की संभावना लगभग समाप्त हो गई है।’