राजनीति

Parliament: आज दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही, विश्व में भारत को लेकर सकारात्मकता, आशा और भरोसा है : पीएम मोदी

By अपनी पत्रिका

February 09, 2023

अपनी पत्रिका ब्यूरो  संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जनता उनके ऊपर लगाये गये ‘‘झूठे आरोपों’’ पर कभी भरोसा नहीं करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पास 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद का सुरक्षा कवच है जिसे कोई भेद नहीं सकता। अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्ष के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन पर लोगों का भरोसा अखबार की सुर्खियों और टेलीविजन पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है बल्कि उन्होंने देश के लिए पूरा जीवन खपा दिया है, पल-पल खपा दिया है तथा देश के लोग झूठे आरोपों पर भरोसा नहीं करने वाले हैं।

कहा- जो अहंकार में डूबे हैं उन्हें लगता है कि गाली देकर रास्ता निकलेगा

उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘‘ देशवासियों का जो मोदी पर भरोसा है वो विपक्ष की समझ से बाहर है और इनकी समझ से ऊपर की बात है।’’ प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिये बिना कहा कि जो अहंकार में डूबे रहते हैं, उनको लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा और गलत आरोप लगा कर ही आगे बढ़ पाएंगे। कांग्रेस का नाम लिये बिना उसके घटते जनाधार पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रसिद्ध कवि दुष्यंत की पंक्तियां पढ़ीं, ‘‘तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं…।’’ मोदी ने कहा कि इनकी गालियां और इनके आरोपों को उन कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा, जिनको दशकों तक मुसीबत में जिंदगी जीने के लिए इन्होंने मजबूर किया।

बोले- जो कश्मीर घूमकर आए हैं वे देख लें कितनी शान से घूमा जा सकता है

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के क्रम में उनके कश्मीर जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो हाल में जम्मू-कश्मीर घूम कर आए हैं वो भी अब देख सकते हैं कि वहां कितनी आन-बान-शान से घूमा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी के उत्तरार्द्ध में वह स्वयं भी यात्रा लेकर कश्मीर गये थे और तब आतंकवादियों ने पोस्टर लगाए थे कि- कौन है ऐसा,जिसने मां का दूध पिया है, जो लाल चौक पर तिरंगा लहराएगा। मोदी ने कहा कि उन्होंने उस वर्ष 23 जनवरी को ऐलान किया था कि 26 जनवरी को 11 बजे वह लाल चौक पर जाएंगे और सुरक्षा तथा बुलेट प्रूफ जैकेट के बिना वहां जाकर तिरंगा फहरायेंगे, फिर देखेंगे कि किसने मां का दूध पीया है।

 

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले 9 वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप्स आए हैं। हम दुनिया में इस मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं, हमारा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश के छोटे-छोटे शहरों में पहुंचा है’’। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोबाइल विनिर्माण में आज भारत दूसरा बड़ा देश बन गया है, घरेलू हवाई सेवा में आज देश विश्व में तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा उपभोग में आज भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है, नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में चौथे नंबर पर है। उन्होंने कहा, ‘‘ आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। आज आत्मविश्वास से भरा हुआ देश अपने सपनों और संकल्पों के साथ चलने वाला है।’’

उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सारे विशेषज्ञों को भारत से बहुत आशा और विश्वास है, जिसका कारण भारत में आई स्थिरता, उसकी वैश्विक साख, बढ़ता सामर्थ्य और नयी संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री के जवाब के दौरान सदन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एक शेर पढ़ा, ‘‘ये कह-कहकर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।’’

मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ‘संकल्प से सिद्धि’ तक का बढ़िया तरीके से खाका खींचा गया जिसमें एक प्रकार से देश को लेखाजोखा भी दिया गया और प्रेरणा भी दी गयी। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोगों ने अभिभाषण से कन्नी काटी। एक बड़े नेता तो राष्ट्रपति का अपमान कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति उनकी सोच क्या है, यह सामने आ गया।’’ माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री का इशारा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की तरफ था जिन्होंने कुछ महीने पहले राष्ट्रपति के खिलाफ एक टिप्पणी की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहुत सारी बातों को विपक्ष ने भी मौन रहकर स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि चर्चा में किसी सदस्य ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में भारत के दुनिया की समस्याओं के समाधान बनने, इस सरकार में लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिलने, भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलने तथा नीतिगत पंगुता से उबरने जैसे उल्लेखों का विरोध नहीं किया। मोदी ने कहा, ‘‘मुझे आशंका थी कि कुछ लोग इन बातों का विरोध करेंगे, लेकिन मुझे खुशी है कि किसी ने विरोध नहीं किया।’’ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्ष के लोग हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अध्ययनों की बात बहुत करते हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि इस संस्थान ने ‘कांग्रेस के उदय और खस्ताहाली’ पर भी एक बहुत बढ़िया अध्ययन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि कांग्रेस की बर्बादी पर दुनिया के अन्य बड़े बड़े संस्थानों में भी अध्ययन होगा।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आज मजबूरी के कारण, बल्कि प्रतिबद्धता से सुधार हो रहे हैं। आज पूरे विश्न में भारत को लेकर सकारात्मकता है, एक आशा है और भरोसा है।’’ उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र के रूप में गौरव पूर्ण अवसर हमारे सामने हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के पूरे अभिभाषण में जो बातें कही गयी हैं वे 140 करोड़ देशवासियों के लिए उत्सव का अवसर हैं। मोदी ने कहा कि खुशी की बात है कि आज भारत को विश्व के समृद्ध देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता का अवसर भी मिला, जो देश के लिए गर्व की बात है। कांग्रेस सदस्यों की टीका-टिप्पणी के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को इसका भी दुख हो रहा है।