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बिहार में जंगलराज की आहट सुनाई दे रही: नरेन्द्र मोदी

By अपनी पत्रिका

August 19, 2015

 सहरसा।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के लालू प्रसाद से गठजोड़ करने के बाद बिहार में ‘जंगलराज की आहट’ सुनाई देने लगी है और राज्य की जनता से अपील की कि इससे निजात पाने के लिए वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता में बिठाएं। यहां एक सार्वजनिक रैली में राज्य में कानून एवं व्यवस्था की कथित खराब स्थिति का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि बिहार में ‘जंगलराज’ की आहट सुनाई देने लगी है।

उन्होंने कहा कि साल 2015 में जनवरी से जून के बीच जघन्य अपराधों के मामलों में 34 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है, हत्या के मामलों में 46 प्रतिशत वृद्धि हुई है, दंगे 72 प्रतिशत बढ़े हैं। ये जंगलराज के संकेत हैं। मोदी ने सवाल किया, ”यह जंगलराज के संकेत हैं या नहीं। आपका जीवन कष्टप्रद होगा या नहीं होगा। आप हमें पटना में सत्ता में बिठायें और हम आपकी समस्याओं का समाधान करेंगे।’’ नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि वह उस कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं जिसने जयप्रकाश नारायण को जेल में भेज दिया था। उन्होंने कहा कि नीतीश ने कांग्रेस से हाथ मिला कर उस समाजवादी नेता के साथ ‘धोखा’ किया है।

भाजपा नीत राजग के पक्ष में जनादेश मांगते हुए मोदी ने कहा, ”मैंने बिहार की तकदीर बदलने के लिए 1.25 लाख करोड़ रूपये के पैकेज की घोषणा की है ताकि नया बिहार बनाया जा सके। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं बिहार की तस्वीर बदल दूंगा।’’ 2013 में भाजपा से अलग होने के नीतीश कुमार के निर्णय का जिक्र करते हुए उन्होंने इसे भाजपा और बिहार के लोगों के साथ विश्वासघात बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह (नीतीश) इसके बाद दौड़े दौड़े संप्रग सरकार के पास गए और उसे इस उम्मीद में समर्थन दिया कि राज्य को कुछ पैकेज मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें महज़ 12 हजार करोड़ रूपये का पैकेज मिला। यह पैकेज बिहार जैसे राज्य के आत्म सम्मान के खिलाफ था। ”मैंने जो आज पैकेज की बात कही है वह कुल मिलाकर 1.65 लाख करोड़ रूपये का है। इसमें 1.25 लाख करोड़ रूपये का नया पैकेज है और पूर्व घोषित कई अन्य परियोजनाओं का 40 हजार करोड़ रूपया है।’’ मोदी ने कोसी की बाढ़ के समय गुजरात की ओर से भेजे गए 5 करोड़ रूपये का चेक लौटाने के लिए नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ”क्या सार्वजनिक जीवन में ऐसा आचरण होता है कि कोसी के लोग मरें लेकिन अहंकार नहीं छोडूंगा।’’