अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 पर एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस ने पुरस्कृत किया आत्म निर्भर महिलाओं को,  महिलाओं पर हो हिंसा पर हुआ चिंतन

Education Form for Women and Social Justice awarded self-reliant women on International Women's Day 2023, contemplation on violence against women

महिला दिवस पर एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस ने नई दिल्ली में आत्मनिर्भर महिलाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया जिसमें  देशभर से आयी महिलाओं ने महिलाओं पर हो रही हिंसा और  उसके समाधान पर भी चर्चा की।

एजुकेशनल फोरम फॉर वीमेन जस्टिस एण्ड  सोशल वेलफेयर द्वारा 12 मार्च 2023 न्यू महाराष्ट्र सदन,नई दिल्ली मे राष्ट्रीय सेमिनार डिजिटल वायलेंस अगेस्ट गर्ल चाइल्ड ओर वूमेन-चैलेंज एंड वे आउट एवं नारी सेवा सम्मान 2023  का आयोजन किया गया। जिसमे महिलाओं के साथ साथ नारी सम्मान के लिए कार्य कर रहे पुरुष साथियों को भी सम्मान से नवाज़ा गया।

देश में आज भी महिलाओं पर हो रही हिंसा एक बड़ी चिंता और चर्चा का विषय है। मौक़ा अगर अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का हो तो यह विषय मंथन का भी हो जाता है कि गर्ल चाइल्ड पर हो रहे हिंसाओं का आखिर इसका समाधान क्या है ? ऐसा ही मंथन एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस द्वारा नई दिल्ली में आयोजित हुए इस सेमिनार पर हुआ। नई दिल्ली में हुए इस सेमिनार में देश के अलग अलग प्रांतों से आयी उन महिलाओं को भी विशेष रूप से सम्मानित किया जिन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है। इस सेमिनार में कई सांसद और मंत्री, एडवोकेट ,प्रोफेसर डॉक्टर सहित सामाजिक क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं के साथ साथ पुरुष भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

इस समारोह की प्रारंभ साध्वी कृष्णनगी गोमती के आशीर्वचन के साथ अष्टवक्र संस्था आए दिव्यान्ग  बच्चियों द्वारा सरस्वती वंदना से किया गया। कार्यक्रम संचालिका मोनिका अरोरा व स्तुति मिश्रा एवं समारोह के ईवेंट प्रमुख मशहूर डिजाइनर श्री विनय गुप्ता के साथ देश की जाने मानी हस्तियां शामिल हुई। एजुकेशनल फोरम फॉर वीमेन जस्टिस एवं सोशल वेलफेयर की फाउन्डर व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. इंदिरा मिश्रा ने मुख्य अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने स्वागत भाषण मे सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों व आयोजक मण्डल  के प्रति कृतिज्ञता व्यक्त करते हुए संस्था के 2000 से 2023 तक सफ़र की चर्चा करते हुए भावुक हो गई।

डॉ. इंदिरा मिश्रा ने बताया की फोरम इस बात  पर ध्यान केन्द्रित करती कि एक महिला के रूप में अपने परिवार और समाज में महिलाओं की बुनियादी जरूरतों और आत्म सम्मान के लिए अब तक क्यों पीड़ित हैं और कैसे जीवित हैं। महिलाओं व्  लड़कियों के मानवीय अधिकार और  उसकी की सुरक्षा के लिए अपने वर्तमान राष्ट्रीय अभियान नमस्ते इंडिया 2020  को जारी रखने  के  पीछे प्रमुख उद्देश्य वरिष्ठ और मध्यम स्तर के सरकारी अधिकारियों, शिक्षाविदों, तकनीकी विशेषज्ञों, कानूनी विशेषज्ञों, सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया  को संवेदनशील बनाना और महिलाओं के मानवीय अधिकारों के वंचित होने के प्रभाव जानकर समाज को जागृत कर  एक मंच पर लाना  है ताकि उभरे हुए सवाल के साथ महिलाओं के अधिकार की सुरक्षा व् विकास की निति-निर्धारण  कार्यक्रम के  मदद किया जा सके। एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस अलग अलग विषयों पर अपनी अलग अलग शाखाओं के माध्यम से वर्ष भर पुरे देश में सक्रिय रहती है,अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह आयोजन महीने भर चलता है। संस्था की संस्थापिका इंदिरा मिश्रा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब महिलाएं खुद को सशक्त करें। इस समारोह में जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया वे उन महिलाओं ने विषम और कठिन परिस्थितियों में खुद को सक्षम व बनाकर अलग अलग क्षेत्रों में पूरे जज्बे और जुनून के साथ काम किया। सभी वक्ताओं ने यह स्वीकार किया कि आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा रही है।  मुख्य वक्ताओं ने आयोजक इंदिरा मिश्रा और मोनिका अरोड़ा को इसके लिए बधाई दी और अपने विचार व्यक्त किये। इस सेमिनार में पहुंचे प्रमुख वक्ताओं ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी पढ़ाओ बेटी बच्चों अभियान की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। आज दुनियाभर में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ भारत की सांस्कृति और संस्कारों का भी डंका बज रहा है। दुनिया में आज चर्चा भारतीय नारी की दुर्दशा की नहीं बल्कि उसके दमखम की होने लगी है।

समारोह मे मुख्य अतिथि श्रीमती सुनीता दुग्गल, पूर्व आई आर एस  ऑफिसर व सांसद लोक सभा, सिरसा, जूरी अतिथि  पंडित सुनील भराला जी,अध्यक्ष श्रम कल्याण परिषद ,उत्तर प्रदेश, व प्रसिद्ध नृत्यांगना व पदम श्री अवार्डी शोभना नारायण  डॉ. अजय कुमार ( चैयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर फॉक्स कैपिटल) ने मंच को शुभोषित किया। इनके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों में एम एम विद्यार्थी जी, समर्थ संस्था के जनरल सेक्रेटरी एवम  बाल अधिकारों के विशेषज्ञ, श्रीमती नीरजा पाल, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट, डॉक्टर मोनिका गुप्ता, प्रोफेसर वर्धमान महावीर कॉलेज, सफदरजंग हॉस्पिटल, दिल्ली, डॉ. आभा, आस्त्ररवक्र की उप निदेशक श्रीमती संजना मितल, सीएस सुरेन्द्र सिंह  तथा मैट्रिक्स सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ राजेश कुमार सिंह और डमौलिक भारत संस्था से श्री अनुज अग्रवाल, नीलम पांडे, धर्मेन्द्र गौर, वैभावी, राजीव अग्रवाल, अनीता सैनी, ऐड्वोकेट अक्षय भामरी, शिवा तोमर, एवं संजय चैटर्जी, शर्मिला चैटर्जी, अमित कुमार सोनू , कंचन गौर, प्रीति गेरा, मीनाक्षी,अर्चना कुमारी, भट्टाचार्य, सुरेन्द्र सिंह,  जाने मानी हस्तिया शामिल हुई। आर्थिक सहायता अमृत कृषि के अल्वा सभी मित्र समूह का रहा।  इस मौके पर अलग अलग राज्यों से कलाकारों ने मंच पर अपनी शानदार प्रस्तुतियां दी।

आपको बता दें कि एजुकेशनल फोरम फॉर वुमन जस्टिस एण्ड सोशल वेलफेयर एक गैर-लाभकारी, गैर- सरकारी सामाजिक संगठन है, जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा प्रबंधित होती है  व शिक्षाविद, पुलिस, मीडियाकर्मी, चिकित्सकों, विधि विशेषज्ञों द्वारा समर्थित है। हमारे सामाज वैज्ञानिक महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को मजबूत करने  व  न्याय और सामाजिक कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और समर्पित  है। फोरम पूरे देश-विदेश से महिलाओं को एक मंच प्रदान करता है ताकि वे भारतीय समाज व् विभिन्न देशों में अपने  मुद्दों, समस्याओं और प्रतिकूल परिस्थितियों पर अपने विचार साझा कर सकें।

 

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