देश

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव: आपस में भिड़े एबीवीपी और एसओआई ने छात्र नेता

By अपनी पत्रिका

September 08, 2015

पत्रिका संवाददाता, पीतम पूरा। दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव अपने शबाब पर है। कभी सहयोगी रहे संघठन अब एक से दूसरे मनमानी और मारपीट का आरोप लगा रहे है। पीतम पूरा में गुरु गोविन्द सिंह कॉलेज में एबीवीपी समर्थक और एसओआई आपस में भिड़ गए और कॉलेज का गेट बंद कर आमने सामने बैठकर एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। श्रोमणि अकाली दल की स्टूडेंट विंग एसओआई ने एबीवीपी पर गुंडगर्दी और मारपीट का आरोप लगाया तो एबीवीपी ने एसओआई और कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया है कि ये एसओआई का कब्जा करना चाहते है। मामला इतना बिगड़ गया कि छात्रों और कॉलेज कर्मचारियों को कॉलेज के अंदर जाने से भी रोका गया। पीतम पूरा स्थित गुरु गोविन्द सिंह कॉलेज के गेट को बंद कर आमने सामने नारेबाजी कर रहे छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ और एबीवीपी के छात्र नेता है। कॉलेज छात्र यूनियन पर कब्ज़ा ज़माने के लिए आपस में भिड़े हुए थे। कॉलेज में पिछले साल से ही शिरोमणि अकाली दाल बदल के छात्र इकाई का कब्जा रहा है लेकिन इस बार एबीवीपी से एसओआई के बीच मुकलबला है। ऐसे में एबीवीपी आरोप लगा रही है कि कॉलेज प्रबंधन एसओआई का समर्थन कर रहा है और एबीवीपी के छात्रों को एसओआई के बाउंसरों ने मारा भी है साथ ही उनका आरोप था कि एबीवीपी को दबाया जा रहा है। छात्रो ने कहा कि हम यह नहीं होने देंगे। छात्रों हितों के लिए खून भी बहे तो परवाह नहीं। इस बवाल पर एसओआई का कहना है कि दो साल से हमारी युनियन है। अब एबीवीपी के 12 लोगों ने हमारे छात्रों से मारपीट की है ये सिखों के कॉलेजों पर कब्जा करना चाहते है जो हम नहीं होने देंगे। डीयू तीनों खालसा कॉलेजों में किसी की युनियन नहीं बनाने देंगे। गौरतलब है कि दरअसल इस चुनाव में सभी प्रमुख राजनैतिक दल अपने साख के लिए ही नहीं बल्कि अस्तित्व के लिए भी लड़ रहे है। इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को भी लग रहा है की दिल्ली में अपना बजूद बचना है तो छात्रों को भी दल से जोडऩा जरूरी है। यही वजह है की इस चुनाव में बीजेपी और अकाली दल एक दूसरे के सहयोगी रहे है लेकिन अब यहाँ एक दूसरे के खिलाफ खड़े है। एसओआई, सीवाईएसएस के मैदान में आने से डीयू चुनाव के समीकरण भी बदल गए है और मुकाबला रोचक गया है। अब जैसे जैसे 11 तारीख नजदीक आ रही है यह दंगल और भी भीषण होगा।