अन्य

दौड़ नहीं जीत सकता तीन पैरों वाला महागठबंधन: जेटली

By अपनी पत्रिका

October 01, 2015

पटना। बिहार में जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन पर चुटकी लेते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने आज कहा कि तीन पैरों पर दौड़ने वाला महागठबंधन मुकाबला नहीं जीत सकता और मतदाताओं को चेताया कि अगर महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में ‘‘अराजकता और जंगलराज’’ का बोलबाला होगा। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ‘भाजपा का दृष्टिपत्र’ जारी करते हुए केंद्रीय मंत्री जेटली ने वादा किया कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में आया तब इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, जैसे मध्य प्रदेश में भाजपा शासित शासन के दौरान हुआ। जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन को विरोधाभासी करार देते हुए उन्होंने कहा, ”महागठबंधन में शामिल लोग अवसरवादी हैं। राजनीतिक एकरूपता उनकी प्रकृति नहीं है। अगर वे जीतते हैं तब बिहार को अराजकता में ढकेलने के अलावा और कोई परिणाम सामने नहीं आयेगा।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जैसे कोई भी भाजपा और कांग्रेस के बीच गठजोड़ की बात नहीं सोच सकता, उसी तरह से विचारधारा में अंतर के कारण राम मनोहर लोहिया के अनुयायिओं के कांग्रेस के हाथ मिलाने की कल्पना करना भी कठिन थी। उन्होंने कहा, ”हमें ऐसी राजनीतिक असंगति देखने को मिली और ऐसा विरोधाभासी गठबंधन भी देखने को मिला जो तीन पैरों वाला है। इसलिए यह दौड़ नहीं सकता और अगर रेस में दौड़ भी जाए तब जीत नहीं सकता।’’

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने ‘‘जंगलराज’’ के सृजनकर्ताओं के साथ गठबंधन किया है। जबकि राज्य से जंगलराज खत्म करने के वादे के साथ वह पिछले तीन चुनावों में जीते। भाजपा नेता ने दावा कि गठबंधन में लालू प्रसाद का हिस्सा रहते हुए ऐसा कोई परिवर्तन नहीं आने वाला है जो प्रदेश को सुशासन और विकास की ओर ले जाए। उन्होंने कोटा नीति की समीक्षा करने से संबंधित आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी के आलोक में भाजपा पर किए गए लालू प्रसाद के हमले की आलोचना की। जेटली ने आरोप लगाया, ”राजद जानता है कि वह विकास के मुद्दे पर जीत नहीं सकता है और इसलिए वह दूसरों मुद्दों के आधार पर समाज को बांटने का प्रयास कर रहा है।’’ बिहार के लिए पार्टी के दृष्टिपत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह राज्य के विकास के लिए है जो सड़कों एवं आधारभूत संरचना के निर्माण, कृषि आधारित उद्योगों एवं रोजगार के अवसरों से संबंधित है। उन्होंने बिहार के समृद्ध मानव संसाधन और विकास को आगे बढ़ाने के लिए कृषि का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”केंद्र सरकार बिहार की मदद के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। अगर बिहार में भाजपा नीत सरकार आई, हम उम्मीद करते हैं कि ऐसा होगा तब बिहार इतिहास रचेगा।’’