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BJP Politics : पीएम मोदी के खिलाफ बीजेपी में खड़ी हो रही मजबूत लॉबी 

By अपनी पत्रिका

September 25, 2023

दिल्ली दर्पण ब्यूरो

नई दिल्ली। बीजेपी में एकक्षत्र राज कर रहे पीएम मोदी के खिलाफ पार्टी ने बड़ी लॉबी तैयार हो रही है। इस लॉबी के कई नेता अब खुलकर सामने आ गए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय समय पर अपने तेवर दिखाते रहते हैं। अब राम मंदिर आंदोलन की मुख्य नेता उमा भारती ने महिला आरक्षण में पिछड़े कोटे को लेकर मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज तो पहले से ही मोदी के खिलाफ खुन्नश में हैं।

शत्रुघन सिन्हा और यशवंत सिन्हा पहले ही पार्टी छोड़ गए। सुब्रह्मण्यम स्वामी भी लगातार मोदी के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं। दरअसल बीजेपी के भीतर महिला आरक्षण में ओबीसी कोटे का मसला बड़ा बनता जा रहा है। बिल पारित होने के दिन और उसके बाद से एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती लगातार इस मुद्दे को उठा रही हैं। अब जबकि पीएम मोदी एमपी का दौरा करने जा रहे हैं तब एक बार फिर उन्होंने इस मुद्दे को उठा दिया है।

उन्होंने सोमवार को एक बयान में कहा कि वह आशा करती हैं कि हाल में संसद से पारित महिला आरक्षण विधेयक में ओबीसी कोटा लागू होने के मसले पर पीएम मोदी एक सकारात्मक संकेत देंगे। इसके पहले पिछले सप्ताह भारती ने संवैधानिक संशोधन विधेयक में ओबीसी कोटा को न शामिल किए जाने पर गहरी निराशा जाहिर की थी। गौरतलब है कि इस विधेयक के कानून बन जाने के बाद लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं की 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी।

उमा भारती ने मोदी को गरीबों और पिछड़ों के मसीहा बोलकर महिलाओं के लिए ओबीसी रिजर्वेशन पर सकारात्मक संकेत देने की बात कही है। दरअसल महिला आरक्षण पेश करने के तरीके पर उमाभारती मोदी से बहुत नाराज हैं पूरी तरह से घेरने में लगी हैं। सागर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “मैंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया क्योंकि बहुत ज्यादा सालों से काम कर रही थी। मैंने पांच साल के लिए ब्रेक लेने के बारे में सोचा था। लोगों ने सोचा कि मैंने राजनीति छोड़ दी है। मैं यह कहते-कहते थक गयी हूं कि मैंने राजनीति नहीं छोड़ी है।”

इसके पहले इसी महीने भारती ने तीन सितंबर को जेपी नड्डा द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुरू की गयी जन आशीर्वाद यात्रा में भाग लेने के लिए न बुलाए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की थी। इसके साथ ही उमा भारती ने सूबे में शराब नीति को और कठोर करने के लिए अभियान चलाया था, जिसके तहत उन्होंने विरोध स्वरूप शराब की कुछ दुकानों पर कथित तौर पर पत्थरबाजी की थी। इस मौके पर वह एक मंदिर में भी रूकी थीं जहां से उन्होंने शराब नीति में परिवर्तन की मांग की थी।