Friday, April 19, 2024
Homeआज का दिनजलियांवाला बाग के 102 साल

जलियांवाला बाग के 102 साल

आज का दिन नेहा राठौर

आज का दिन यानी 13 अप्रैल 1919 यह दिन है जो सभी भारतीयों को हमेशा के लिए एक बुरी याद दे गया है। ये वही दिन है जब देश में बैसाखी का त्यहार मनाया जा रहा था। ये वही दिन है जब जलियाँवाला बाग में जनरल डायर ने अमृतसर में खून की होली खेली थी। आज ही के दिन लगभग 102 साल पहले अंग्रेजी राज का मूल भारतीयों के सामने आई थी। जलियाँवाला बाग के नरसंहार को व्यापक रूप से भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में एक मोड़ के रूप में देखा जाता है। इस नरसंहार के बाद देश में कई जगह क्रांति की ज्वाला भोर थी। इस घटना की कहानी इतिहास के किताबों में दर्ज है कि महात्मा गांधी ने रॉलेट एक्ट के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था, जिसके बाद देश भर में मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए और जिसके परिणाम 13 अप्रैल 1919 के नरसंहार के रूप में भारतीयों के सामने आए।

इस दिन अंग्रेजों ने निहत्थे भारतीयों पर अंधाधुंध पंजे बरसाई थे। उस दिन रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए जलियांवाला बाग में सभा रखी गई थी। इस सभा को रोकने के लिए ही जनरल डायर ने गोलियां चलवाई थी। देखते ही देखते सभा में मौजूद सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ने लगे, कुछ तो कुएं में कुद गए लेकिन कुछ ही पल में कुएं में भी लाशों का ढेर लग गया। उस दिन 1650 राउंड गोलियां चलाई गई थीं।

ये भी पढें  – दिल्ली सरकार ने की CBSE परीक्षाओं को रद्द करने की मांग

इस घटना में मौजूद रहे उधम सिंह ने 21 साल बाद साल 1940 में जनरल डायर को लंदन में गोली मारकर अपना बदला लिया था। इसके लिए लंदन कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी। जिसके बाद से आजादी की आवाज और ऊंची हो गई।

एक जानकारी के मुताबिक अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में लगभग 484 शहीदों की रिपोर्ट है, जबकि जलियांवाला बाग में कुल 388 शहीदों की सूची दर्ज है। वहीं अधिकृत आंकड़ों के मुताबिक इस घटना में मरने वालों की संख्या 1000 के आस-पास थी। इस घटना के बाद अंग्रेजी शासन का अंत निश्चित हो गया था। घटना के बाद भारत में ब्रिटिशर्स और उनके सामान का बहिष्कार होने लगा था। जगह जगह प्रदर्शन होने लगे और आखिरकार इतनी कुर्बानियों के बाद देश को 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली। 

देश और दुनिया की तमाम ख़बरों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल अपनी पत्रिका टीवी (APTV Bharat) सब्सक्राइब करे ।

आप हमें Twitter , Facebook , औरInstagram पर भी फॉलो कर सकते है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments