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हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण, जानें क्या होगा आपके जीवन पर असर

By अपनी पत्रिका

March 23, 2015

इस बार हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण का साया रहेगा। 4 अप्रैल को दिन में मारुति नंदन की पूजा-अर्चना भंडारे नहीं हो सकेंगे। साल के पहले चंद्रग्रहण का असर देश-दुनिया में देखा ही जाएगा, लेकिन यह ग्रहण सभी राशियों पर भी अपना अलग-अलग प्रभाव डालेगा। ज्योंतिषों की मानें तो हस्त नक्षत्र और कन्या राशि के जातकों को इस दौरान थोड़ा संभलकर रहना होगा। पंडित लोकेश भार्गव बताते हैं कि 4 अप्रैल चैत्र शुक्ल पूर्णिमाए शनिवार को हनुमान जयंती के दिन ग्रस्तोदय चन्द्रग्रहण होने से ग्रहण के पश्चात ही हनुमान जयंती के कार्यक्रम होंगे। सूतक प्रातरू 4ण्45 से प्रारंभ होगा। ग्रहण समय दोपहर 3.45 से प्रारंभ होकर सायं 7.19 पर समाप्त होगा। यह ग्रहण हस्त नक्षत्र एवं कन्या राशि में होगा अतरू हस्त नक्षत्र एवं कन्या राशि को कष्टप्रद है। ग्रहण देश के अलावा श्रीलंका, भूटान, नेपाल, चीन, बांग्लादेश में भी दिखाई देगा। व्यापार जगत भी होगा प्रभावित ग्रहण का असर व्यापारिक गतिविधियों पर भी देखने को मिल सकता है। व्यापारी, जनप्रतिनिधि, गायक, लेखक, गोपालक, चिकित्सक वर्ग पर ग्रहण का फल ठीक नहीं है। सोना, चांदी, मसूर, हरा अन्न, हरा वस्त्र, इत्र, शीशा, बाजरा, ज्वार, तेल-तिलहन, काली मिर्च, जस्ता के भावों में उतार-चढ़ाव के योग हैं। 20 साल बाद जयंती पर चंद्रग्रहण हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण होने का योग इस बार पूरे बीस साल बाद बना है। ज्योतिषाचार्यों ने बताया पिछली बार 15 अप्रैल 1995 को हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण का योग बना था। गत 65 वर्षों में कई बार हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण के योग बने हैं। 2 अप्रैल 1950ए 24 अप्रैल 1967ए 15 अप्रैल 1995 में चंद्रग्रहण लगा था। 25 अप्रैल 2013 को भी ग्रहण था, लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं दिया। इसके अलावा 25 अप्रैल 2032, 14 अप्रैल 2033 को भी हनुमान जयंती पर खग्रास चंद्रग्रहण के योग हैं। यह रहेगा राशियों पर प्रभाव मेष- आर्थिक कष्ट, मानसिक परेशानी, शत्रु कष्ट वृषभ- शिष्य एवं संतान की चिंता मिथुन- जमीनए मकान, वाहन प्राप्तिए धन खर्च कर्क- भाई-बहन से विवाद, व्यापार वृद्धि सिंह- परिवार में क्लेश, चोरी का भय, धनलाभ कन्या- दुर्घटना, स्वास्थ्य हानि, कष्ट तुला- जीवनसाथी की चिंता, सामान्य वृश्चिक- प्रगति में अवरोध, धन की चिंता धनु- कार्यभार, नौकरी छूटने का भय, नवीन कार्य के योग मकर- धार्मिक यात्रा, धनलाभ कुंभ- दुर्घटना का भय, पुराने शत्रु से परेशानी मीन- पत्नी से विवाद, साझेदारी में नुकसान