संतुलित भोजन हमारे शरीर को कई प्रकार से निरोग रखता है और हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, मोटापा, कैंसर, ओस्टियोपोरोसिस, हार्ट अटैक, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, फैटी लीवर और पॉलीसाइस्टिक ओवेरियन डिसीज जैसी जीवनशैली की बीमारियों को रोकने और ठीक करने में अहम भूमिका निभाता है।
फास्ट फूड, तनावपूर्ण माहौल, बिजी शेड्यूल और जीरो साइज की चाह ने लोगों की जीवनशैली को बिगाड़ दिया है। लोग यह नहीं समझते कि हमें अपने वजन के हिसाब से 30 गुना ज्यादा कैलोरी लेनी होती है, सभी पौष्टिक तत्व लेना जरूरी है। वह बस भूक ख़त्म करने के लिए भोजन करते हैं न की स्वस्थ रहने के लिए।
डॉकटरों के अनुसार 6 ग्राम से कम सोडियम लेना चाहिए। ट्रांस फैट, जो कि वनस्पति घी में होता है, दिल के लिए हानिकारक होता है और अच्छा कैलोस्ट्राल कम करके बुरे को बढ़ाता है। दिल के रोगियों को इससे बचना चाहिए। सफेद ब्रेड, आटा, चावल और चीनी चीज़ों को अपनी डाइट में बहुत कम इस्तेमाल करना चाहिए। सम्पूर्ण अनाज, ग्रीन सीरियल्स और ओट मील खाना चाहिए।
नई ईटवैल प्लेट में ज्यादा फल, सब्जियां और स्टार्च, कार्बोहाइट्रेड और कम चीनी वाले पकवान और होलग्रेन शामिल हैं। मीठे पेय पदार्थ, उच्च फैट, नमक और चीनी वाले पकवान हटा दिए गए हैं और कहा गया है कि यह सेहतमंद और संतुलित आहार का जरूरी हिस्सा नहीं है।
व्यस्क महिलाओं को 6 ग्राम नमक और 20 ग्राम सेचुरेटेड फैट और पुरुषों के लिए 30 ग्राम चीनी प्रतिदिन काफी है। चीनी और मीठे पेय और कनफैक्शनरी कम से कम सेवन करना चाहिए।
व्यस्कों को नियमित रूप से छह से आठ ग्लास पानी, कम फैट वाला दूध और बिना चीनी की चाय व कॉफी लेनी चाहिए।