शालीमार बाग । आम आदमी पार्टी की नेता व दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर वंदना कुमारी के कार्यालय पर तोडफोड की गयी । आरोप था कि उन्होनें अपने पडोस की एक महिला के द्वारा बनाये जा रहे अवैध निर्माण को तोडवाया । जबकि वंदनाकुमारी ने कहा कि पार्षद रेखा गुप्ता के इशारे पर तोडफोड की गयी व उनके संरक्षण में की गयी। इस पूरे मामले पर रेखा गुप्ता ने कहा कि उनका इस मामले से कोई ताल्लुक नही है वंदना कुमारी ने आदेश पर एमसीडी ने उस महिला का मकान तोडा और उसके कारण विवाद हुआ । घटना के सन्दर्भ में बताया जाता है कि रेणु ठाकुर एक मकान नाले के उपर बना रही है जिसे लेकर विरोध था। कल एमसीडी ने उसे आकर तोड दिया तो लोगों को लगा कि यह काम इस स्थान के बगल रह रही वंदना कुमारी जो कि शालीमार बाग की एमएलए है उनके कहने पर हुआ है इसके बाद तोड फोड हुई जिसमें वंदना कुमारी का कार्यालय ,सीसीटीवी कैमरा व दरवाजे टूट गये। इसके बाद जब वंदना कुमारी कार्यालय पर आयी तो उन्होनें एसएचओ व डीएसी को मामले कीसूचना दी उसके बाद अपने कार्यकर्ताओं से धटना की जानकारी ली । तो पता चला कि इस धटना के कुछ देर पहले पार्षद रेखा गुप्ता आयी थी जिसके बाद यह हंगामा हुआ। इस मामले पर जब रेखा गुप्ता से बात की गयी तो उन्होनें कहा कि वह सिर्फ इस लिये गयी थी क्योंकि एक गरीब महिला का मकान टूटा था और उसे बचाने में उसका हाथ टूट गया था । इसे नाहक तूल दिया जा रहा है । जो गलत है। खबर यह भी है इसके बाद आम आदमी पार्टी व भाजपा कार्यकर्ता नेताओं के बीच चल रहे वाद विवाद पर हाथा पाई भी की । क्या था आरोप: जहां तोड को लेकर हंगामा हुआ , उस जगह की मालकिन रेणु ठाकुर का कहना है कि पहले भी विधायक वंदना ने कार्यालय के लिये जमीन मांगी थी और हमने मना कर दिया था । उसके बाद जब जमीन पर निर्माण करना शुरू किया तो विधायक ने प्रार्थनापत्र देकर इसे तोडने के लिये प्रेशर बनाया और तोडवा दिया। जिसमें उसके हाथ पर चोट लग गयी और कई टांके लगे।