मालामाल है इस साल दिल्ली रेलवे स्टेशन, विज्ञापन और ब्रांडिंग से कमाया करोड़ों रूपए
Delhi railway station is rich this year, earned crores of rupees from advertising and branding
नई दिल्ली, 19 फरवरी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ने कमाई के मामले में देश के दूसरे सभी बड़े स्टेशनों को पीछे छोड़ दिया है। अगर विज्ञापन और ब्रांडिंग की बात करें तो देश की राजधानी का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का नंबर 1 स्टेशन बन गया है। इस स्टेशन से हर साल करीब 3.67 करोड़ लोग ट्रेन पकड़ते हैं और रेलवे को इनसे सालाना करीब 2400 करोड़ रुपये कमाई होती है। वहीं अगर रेलवे एक साल में 54000 करोड़ रूपए कमाता हैं। रेलवे मालगाड़ी,पसेंजर ट्रेन, प्लेटफ़ॉर्म टिकट, से पैसे कमाती हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे फ़िल्मो के शूटिंग के लिए किराये पर ट्रेन देकर भी पैसे कमाती हैं। आईए जानते हैं कि कैसे कोई रेलवे स्टेशन करोड़ों की कमाई करके यूं मालामाल हो सकता है।
भारतीय रेल हर रोज करीब ढाई करोड़ मुसाफ़िरों को मंजिल तक पहुंचाती है। देशभर के 7000 स्टेशनों से रेलवे की करीब 15 हजार पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं। इनमें रेलवे को कमाई देने के मामले में राजधानी दिल्ली का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सबसे आगे है। इस स्टेशन से हर साल करीब 3.67 करोड़ लोग ट्रेन पकड़ते हैं और रेलवे को इनसे सालाना करीब 2400 करोड़ रुपये कमाई होती है।
कमाई के मामले में पश्चिम बंगाल का हावड़ा स्टेशन दूसरे नंबर पर आता है। यहां से साल भर में 1330 करोड़ रुपये की आमदनी होती है। हालांकि यहां से ट्रेन पकड़ने वाले मुसाफिरों की संख्या नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से करीब 3 करोड़ ज़्यादा है। हावड़ा से सालाना 6.57 मुसाफिर ट्रेन लेते हैं। यात्रियों से कमाई के मामले में चेन्नई सेंट्रल स्टेशन तीसरे नंबर पर है। यह रेलवे को हर साल 940 करोड़ रुपये कमाकर देता है।
इस क्रम में चौथे नंबर पर राजधानी दिल्ली का हजरत निजामुद्दीन स्टेशन आता है। यहां से रेलवे को सालाना 900 करोड़ रुपये की कमाई होती है, जबकि सिकन्द्राबाद स्टेशन 830 करोड़ की कमाई के साथ पांचवें पायदान पर है। वहीं मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस 755 करोड़ की कमाई के साथ छठे नंबर पर है। मुंबई का ही लोकमान्य तिलक टर्मिनस 752 करोड़ की सालाना कमाई के साथ सातवें नंबर पर है। गुजरात का अहमदाबाद रेलवे स्टेशन आठवें पायदान पर है और यह मुसाफिरों से 705 करोड़ की कमाई करता है। जबकि बेंगलुरू का SBC स्टेशन 650 करोड़ की कमाई करता है और नौवें नंबर पर है। यात्रियों से कमाई करने वाले टॉप 10 स्टेशनों में पूना दसवें नंबर पर है और यह हर साल मुसाफिरों से 640 करोड़ कमा लेता है।
अब सवाल यह कि आखिर कैसे यह रेलवे स्टेशन इतनी कमाई करते हैं। दरअसल रेलवे स्टेशनों के व्यवसायिक इस्तेमाल के जरिए नॉन फेयर रेवन्यू (एनएफआर) के तहत ये कमाई की गई है। इसके तहत रेलवे स्टेशनों की ब्रांडिंग, को-ब्रांडिंग, विज्ञापन, पाकिर्ंग, प्लेटफार्म टिकट, रेस्ट हाऊस, रिटायरिंग रूम, खाने-पीने के स्टाल, फूड प्लाजा, लांज, क्लॉक रूम, वेटिंग हॉल, वाई-फाई आदि एनएफआर मद में स्टेशनों की कमाई होती है। इसके तहत रेलवे हर साल यात्री ट्रेनों के अलाव रेलवे स्टेशनों से भी मोटी कमाई करता है। यात्री ट्रेनों से आने वाले किराये से अलग रेलवे प्रति वर्ष लगभग 60 हजार करोड़ रुपये कमाता है। देशभर में रेलवे के 8000 छोटे-बड़े स्टेशनों की संख्या है। ऐसे में 6000 मध्यम और बड़े रेलवे स्टेशनों से विभाग को हर साल लगभग दो लाख करोड़ रुपये प्राप्त हो रहे हैं। 2021-22 में 1,91,278।30 करोड़ रुपये की आय हुई है। जबकि 2022-23 (दिसंबर तक) 1,74,421।34 करोड रुपये कमाई हुई। वहीं चालू वित्तीय वर्ष में दो लाख करोड़ रुपये के राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। खासबात ये है कि इसमें स्टेशनों के रेल टिकट काउंटरों से टिकट बुकिंग का पैसा शामिल नहीं है।
कितनी है रेलवे की कमाई
भारतीय रेलवे एक दिन में लगभग 150 करोड़ रुपए कमाता हैं, इस प्रकार रेलवे की एक महीने कि कमाई 4500 करोड़ होती है, तथा रेलवे कि एक साल कि कमाई 54000 करोड़ होती है। माल गाड़ी भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी कमाई का स्रोत हैं, माल गाड़ी से रेलवे को काफी मुनाफ़ा होता है, क्योंकि हम जानते हैं कि आज के समय कंपनी अपने हर प्रोडक्ट को देश के हर राज्य में पहुंचाना चाहती हैं, ऐसे में कंपनी रेलवे का सहारा लेती हैं, क्योंकि भारतीय रेलवे का संपर्क देश के बड़े शहर से लेकर छोटे सहरो तक हैं, यही कारण को आज देश में जितने भी कंपनी हैं, वो भारतीय रेलवे के माध्यम से अपने प्रोडक्ट को देश के कोने कोने में पहुँचाती हैं, और इसके बदले में कंपनी रेलवे को करोड़ों रुपए देती हैं। कंपनियाँ रेलवे से इसलिए अपने समान का ट्रांसपोर्ट करती हैं, क्योंकि भारतीय रेलवे बहुत तेज़ हैं, रेलवे कम समय में अपने गति के माध्यम से कुछ ही क्षणों में देश के कोने कोने में पहुंच जाता है, कंपनी को रेलवे से प्रोडक्ट ट्रांसपोर्ट कराने में यह फायदा होता है। उनका प्रोडक्ट कम समय में देश के कोने कोने में पहुंच जाता है, और कंपनी का ट्रांसपोर्ट का ख़र्चा भी कम होता हैं।
पसेंजर रेलगाड़ी भारतीय रेलवे का कमाई का दूसरा स्रोत हैं, पसेंजर गाड़ियों से भारतीय रेलवे की अच्छी कमाई हो जाती हैं, भारतीय रेलवे में रोज़ 231 लाख यात्री सफर करते हैं। यही नहीं ये को 231 लाख यात्री रोज़ रेलवे में सफर करते हैं, ये रेलवे में खाना भी ऑर्डर करते हैं, जिसका सारा पैसा रेलवे को ही जाता है, इस प्रकार रेलवे की पसेंजर ट्रेनों से अच्छी कमाई हो जाती हैं।
रेलवे का तीसरा कमाई का मुख्य स्रोत हैं, प्लेटफॉर्म टिकट, यदि आप किसी रेलवे स्टेशन पर अपने किसी परिजनों को पिकअप करने जाते हैं, तो आपने देखा होगा को बिना प्लेटफॉर्म टिकट के आपको रेलवे स्टेशन घूमने तक नहीं दिया जाता, यह नियम अब बहुत सख़्त हो गया है, रेलवे इससे अच्छी कमाई कर लेता है, क्योंकि ऐसे बहुत सारे लोग हैं। जो अपने परिजनों को रेलवे स्टेशन पर पिकअप करने जाते हैं और उन्हें बिना टिकट के रेलवे स्टेशन के अंदर नहीं जाने दिया जाता है, उन्हें ना चाहते हुए भी प्लेटफॉर्म टिकट लेना ही पड़ता है। इस प्रकार प्लेटफॉर्म टिकट रेलवे का तीसरा सबसे बड़ा कमाई का स्रोत हैं। आपने ऐसे बहुत सारे बॉलीवुड फिल्मों को देखा होगा, जिनमें रेलगाड़ियों पर किसी सीन को फरमाया जाता हैं, फिल्मों का इन जैसे सीन का शूटिंग रेलगाड़ी में होता है, और रेलवे शूटिंग के बदले फिल्म के लिए एक निश्चित अमाउंट चार्ज करता हैं। आपने शाहरुख खान का छैया छैया गाने का वीडियो ज़रूर देखा होगा, जो एक रेलगाड़ी पर फिल्माया गया था, रेलवे ने इसके लिए फिल्म प्रोड्यूसर से 10 लाख रुपया चार्ज किया था। इस प्रकार रेलवे का चौथा सबसे बड़ा कमाई का स्रोत हैं फ़िल्म।
Comments are closed.